Monday, February 28, 2011

कोई इल्जान लिख दो.....................

दिल उदास है बहुत कोई पैगाम ही लिख दो,
तुम अपना नाम न लिखो गुम-नाम ही लिख दो,

मेरी किस्मत में ग़म-इ-तनहाई है लेकिन तुम,
तमाम उम्र न लिखो पर एक शाम तो लिख दो,

ज़ुरूरी नहीं की मिल जाए सकून हर किसी को,
सरे-इ-बज़्म न आओ मगर बेनाम ही लिख दो,

ये जानता हूँ की उम्र भर तनहा मुझको रहना है,
मगर पल दो पल या घड़ी दो घड़ी  मेरे नाम ही लिख दो,

चलो हम मान लेते है के सज़ा के मुसतहिक़ ठहरे हम,
कोई इनाम न लिखो कोई इल्जाम ही लिख दो,


Saturday, February 26, 2011

खूबसूरत जिंदगी

खूबसूरत है वो लब जिन पर दूसरों के लिए कोई दुआ आ जाए,         


खूबसूरत है वो मुस्कान जो दूसरों की खुशी देख कर खिल जाए, 


खूबसूरत है वो दिल जो किसी के दुख मे शामिल हो जाए,         


खूबसूरत है वो जज़बात जो दूसरो की भावनाओं को समज जाए,  


खूबसूरत है वो एहसास जिसमे प्यार की मिठास हो जाए,         


खूबसूरत है वो बातें जिनमे दोस्ती और प्यार की किस्से शामिल हों जाए, 


खूबसूरत है वो आँखे जिनमे किसी के खूबसूरत ख्वाब समा जाए, 


खूबसूरत है वो हाथ जो किसी के लिए मुश्किल के वक्त सहारा बन जाए,  


खूबसूरत है वो सोच जिस मैं किसी कि सारी ख़ुशी झुप जाए,     


खूबसूरत है वो दामन जो दुनिया से किसी के गमो को छुपा जाए, 


खूबसूरत है वो किसी के आँखों के आसूँ जो किसी के ग़म मे बह जाए,..

Tuesday, February 15, 2011

नजारों की कमी नहीं

नज़रो को नजारों की कमी नहीं होती,
फूलो को बहारो की कमी नहीं होती, 
फिर क्यू हमें याद करोगे आप,
आप तो आसमान हो यार,
और आसमान में सितारों की कमी नहीं होती,

Monday, February 14, 2011

हमको भुलाना नहीं

 'हँसा' कर किसी दिन रुला मत देना, 
 'ख़ास'  बना कर कभी ग़ैर मत बना देना,
मन की रोज़ आपसे हम बात नहीं करते,
ये बहाना बना कर कभी 'भुला' मत देना,       

बेवफा हो गए,

 अपनापन दिखा कर जुदा हो गए ,
 ना सोचा  ना समझा  ख़फ़ा   हो गए,                                
 दुनिया में पहली बार जिसको अपना कहा,                                
 वो भी लोगो की बातो में आकर बेवफा हो गए.                                

Friday, February 4, 2011

तड़फ....





तरस गए हम कुछ सुनने को लब से तुम्हारे

दो  बातें प्यार की  ना सही, कोई शिकायत ही कर दो!


Tuesday, February 1, 2011

ये कैसी विडम्बना..............


जाने कौन सी सिहायी से दिल पर, 


नाम लिख गया वो!


जाने कौन से लम्हें में,


अपना बना गया वो!


जाने कब हर सांस में,


हर धड़कन में,


चुपके से बस गया वो!


ये कैसी विडम्बना है? 


ज़िन्दगी दी उस खुदा ने,  

लेकिन! 



अब मेरा खुदा बन गया 'वो'!